मंगलवार, 29 दिसंबर 2020
मंगलवार, 22 दिसंबर 2020
बुधवार, 16 दिसंबर 2020
गीतिका - कविस्तुति
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-डॉ. सूर्य नारायण गौतम
पापा- शिक्षा तिवारी || काव्य मंजरी
दोहे- नवीन || काव्य-मंजरी
नवीन कुमार तिवारी , भिलाई
कलमकार को
मंच पर,वाह-वाह दरकार ।
घर पर भूखे
रह लिये,पूछे कब सरकार ।।०१।।
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राजाश्रय की
आस में,दौड़े रचनाकार ।
सत्ता
चम्मच खोजती,जूते चमके सार ।।०२ ।।
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नवीन || काव्य-मंजरी
दोहापुरम् - अमन चाँदपुरी को समर्पित
मिट्टी को सोना करें,
नव्य सृजन में दक्ष।
कुम्भकार के हाथ हैं, ईश्वर के समकक्ष।।
बता रही थी ज़िन्दगी, बाँच कर्म का पाठ।
मेहनतकश की मौज़ है, मेहनतकश के ठाट।।
ख़ुशियों के पल अनगिनत, सुख की ठंडी छाँव।
झरबेरी-सा झर रहा, मेरे मन का गाँव।।
उनकी फ़ितरत सूर्य-सी, चमक रहे हैं नित्य।
मेरी फ़ितरत चाँद-सी, ढूँढ़ रहे आदित्य।।
कुंठित सोच-विचार जब, हुआ काव्य में लिप्त।
शब्द अपाहिज हो गए, अर्थ हुए
संक्षिप्त।।
~ अमन चाँदपुरी
https://dohapuramamanchandpuri.blogspot.com/2019/02/9.html
Saloni-ठंड बयार ,सलोनी क्षितिज
माता स्तुति- ज्योति नारायण || काव्य-मंजरी
नारी जीवन पर आधारित-दोहे- ज्योति नारायण , हैदराबाद
ज्योति नारायण |
मंगलवार, 15 दिसंबर 2020
दृगजल के दो रंग- भाउराव महंत || काव्य-मंजरी
ज्यों मैं पोछूँ एक आँख को,
भाउराव महंत |
माँ शारदे वंदना स्त्रोतम्- -मनोरमा जैन पाखी
पाखी |