रविवार, 31 जनवरी 2021

अक्षरवाणी काव्य-मंजरी साहित्यिक मंच में सम्मानित हुए दिसंबर के आमंत्रित रचनाकार

 प्रेस विज्ञप्ति- दिसंबर २०२० (परिणाम व सम्मान)

क्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र के काव्य-मंजरी हिंदी साहित्यिक पृष्ठ की ओर से अपने साहित्यकरों को जीवंत कार्यक्रम हेतु आमंत्रित कर रचनाकारों की रचनाओं का पाठन करवाने तथा आजीवन सुरक्षित रखने के उद्देश्य से दिसम्बर माह में  आदरणीय/ आदरणीया  - भँवरलाल उपाध्याय, राधावल्लभ पाण्डेय सागर ,रूबी प्रसाद, राजवीर सिंह 'मंत्र', गुरुवर डॉ. बिपिन पाण्डेय जी ,सलोनी रस्तोगी 'क्षितिज' , विष्णु सक्सेना ,कथा व्यास पं.विकास नागदा, डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' , मिथिलेश राज बड़गैंयाँ , डॉ.वीरेन्द्र प्रताप सिंह 'भ्रमर', ज्योति जलज, बसंत कुमार शर्मा , डॉ. पूजा उपाध्याय , संदीप मिश्र ‘सरस’, शिक्षा तिवारी, विभा शुक्ला , कुमार आशू, पूजा शर्मा, प्रतिभा पाण्डेय, वेधा सिंह, बाबासाहेब लांडगे ‘सारथी’ जी , रजनीश सिंह 'जीनू' , अनुपम आलोक जी , डॉ. मोनिका शर्मा सहित रघुबीर बंधू जी ने काव्य-पाठ किया तथा माह प्रत्येक गुरुवार को आचार्य संजीव वर्मा 'सलिल' जी छंद-ज्ञान हेतु  प्रतिभाग किया ,



 आमंत्रित रचनाकारों को सहभागिता प्रमाण पत्र के साथ रचनाकारों की रचनाधर्मिता को ध्यान में रखते हुए निर्णायक मंडल के निर्णयानुसार अक्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र ने अपने आमंत्रित रचनाकारों को कुछ विशिष्ट सम्मान दे कर भी सम्मानित किया जिसमे – डॉ. पूजा उपाध्याय, उज्जैन-मध्यप्रदेश को अक्षरवाणी गार्गी सम्मान, गुरुवर डॉ. बिपिन पाण्डेय, डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' , डॉ.वीरेन्द्र प्रताप सिंह 'भ्रमर' जी को आचार्य वामन सम्मान  एवं कथा व्यास पं.विकास, नागदा, कुमार आशू , रघुबीर बंधू जी को अक्षरवाणी काव्यादर्शी  सम्मान विष्णु सक्सेना, भँवरलाल उपाध्याय, राधावल्लभ पाण्डेय, रूबी प्रसाद, राजवीर सिंह 'मंत्र', सलोनी रस्तोगी 'क्षितिज', मिथिलेश राज बड़गैंयाँ, ज्योति जलज, बसंत कुमार शर्मा, संदीप मिश्र ‘सरस’,विभा शुक्ला , प्रतिभा पाण्डेय, वेधा सिंह, अनुपम आलोक जी ,डॉ. मोनिका शर्मा जी को अक्षरवाणी प्रदीप सम्मान से सम्मानित किया जाता है, रजनीश सिंह 'जीनू' , पूजा शर्मा, बाबासाहेब लांडगे सारथी जी, अक्षरवाणी नवोदित रचनाकार सम्मान दिया गया तथा शिक्षा तिवारी BHU IIT की की छात्रा को अक्षरवाणी नवोदित रचनाकार सम्मान तथा अक्षरवाणी प्रदीप सम्मान सहित दो सम्मान प्रदान किये गये सभी रचनाकारों को सम्मानित करते हुए अक्षरवाणी संस्था हर्ष का अनुभव करती है कार्यक्रम का सञ्चालन स्वयं प्रबंध-निदेशक आचार्य प्रताप जी ने अक्षरवाणी संस्कृत समाचार पत्र के निदेशक तथा संपादक हेरम्ब कमल ब्रह्मचारी जी के मार्गदर्शन पर संचालित किया |   

तिथि – २९-०१-२०२१

आदेशानुसार 

निदेशक



शुक्रवार, 29 जनवरी 2021

Live -71 रमेश विनोदी

  रमेश विनोदी



नहा रहे हैं  जन-जन सब  जब परिचय  की गंगा में

मन  करता  धो  डालूं    कर अपने  बहती  गंगा  में।


निस्पृह    रुईपुत्र    हूँ,   तीलियों   से  मित्रता   मेरी

अनल-दहन  से  बचा  रहता   यही  विचित्रता  मेरी।


मस्तिष्क-हांडी  में   विचार-दही  जमा  लेता  नित्य

फिरा  मधानी  भावों  की   यूँ  घी बना  लेता  नित्य।


शब्दों  की  सेंक  रोटियां  मन की भूख  मिटाता  हूँ

मक्खन रोटी जैसी कविता  सभी  को  खिलाता  हूँ।


लांघ जाता उष्णता सीमा  कदा  यह  कल्पित  तवा

दही  पात्र को  लग जाती  हैं   कभी  सर्द-गर्म  हवा।


जल जाती हैं कविता की रोटी कवि मन जल जाता

कितना भी  मथ लूं उस दही मक्खन नहीं आ पाता।


जली रोटी, अजमी दही,  अर्ध क्षुदा,   परिचय  मेरा

संघर्ष-पथ  का  पथिक  मैं,   गौरव  है  अक्षय  मेरा।


नांम रमेश चन्द्र, विनोदी तखल्लुस यानी pen name है

सभी रमेश विनोदी कहते है।


जन्म 1 अगस्त 1970

ग्राम पड़ाना, जिला जींद, हरियाणा

पिता का नाम श्री रुलदू राम, 

माता मेरी स्वर्गीय चमेली देवी


12 वी तक पढ़ कर औधोगिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रेलवे में वरिष्ठ सरकारी लौहार हूँ ,

यानी कि सीनियर टैक्निशिन के पद पर रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला पंजाब में कार्यरत हूँ।


हॉबी बहुत सारी है:-


पेंटिंग बहुत की छोड़ दी।


बेंजो वायलिन खूब बजाया अब छोड़ दिया।


मैजिक कला सीखी बहुत समय दिया इस विधा को इंडिया गोट टेलेंट तक और बहुत सारे शोज़ किये अब यह कला भी लगभग छूटने की कगार पर है।


जम कर थिएटर किया 20 साल एक्टिंग की फिर 5 साल निर्देशन अभी इसी वर्ष किसी योग्य के हाथ ममे बागडोर देकर निर्देशन को त्याग दिया है सहयोग में अवश्य शामिल हूँ।


एक बार सर्कस देखकर juggling और clowning भी सीखी अकेले ही घर मे। फिर लोगो को दिखाकर खूब वाह वाही लूटी


दुसरो को आश्चर्यचकित करने में मुझे बहुत  आनंद आता है


रेलवे सांस्कृतिक सभा के कोषाध्यक्ष के पद को अभी तक पकड़े हूँ।


अपनी सब अच्छी अच्छी फ़ोटो पोस्ट करता हूँ ।


कविता और कहानियां लिखने का कार्य अभी वर्तमान यानी आज तक तो जारी है।

दो काव्य संग्रह

'प्रेम अवतरण' और 'शेफाली'

प्रकाशित हो चुके है, तीसरे की तैयारियां है

सोशल मीडिया पर सभी मित्र मुझसे प्यार करते हैं मैं भी सभी से प्यार करता हूँ

कभी कभी गुस्सा हो जाता हूँ और चिड़चिड़ा भी



आकाशवाणी जलन्धर से एवम विभिन्न मंचो से काव्य पाठ।

पंजाब केसरी, दैनिक जागरण, मेरी सहेली और रेलवे की हिंदी पत्रिका में नियमित कविताये कहानी संस्मरण प्रकाशित।

काव्यांचल समूह द्वारा गुरु द्रोण सम्मान। पाठशाला काव्यगुंजन द्वारा माह के उत्कृष्ट रचनाकार का सम्मान।


प्रिय कवि मैथिलीशरण गुप्त, निराला जी, महादेवी वर्मा, सुमित्रानन्दन पन्त।


मुंशी प्रेम चन्द, अमृता प्रीतम, खुशवंत सिंह, भीष्म साहनी,  शरतचन्द्र, आचार्य चतुरसेन, और भी बहुत सारे लेखकों को बहुत पढ़ा है।


महाभारत, रामायण, गीता, पुराण, उपनिषद, कुरान, बाईबल, सभी को जम कर पढा है।


और स्वभाव बड़ा नरम है, थोड़ा नीम थोड़ी मिश्री, कभी खुद को बड़ा नही मानता पता नही क्या बात है घमण्ड नही कर पाता किसी भी उपलब्धि पर, ये लगता है कि नहीं; मैं इसके काबिल नही हूँ।


aksharvanikavyamanjari #rameshvinodi | रमेशचन्द्र 'विनोदी' |Poetry|Hindi Poetry|Live- 71

Live-70 डॉ पूजा मिश्र 'आशना'

 डॉ पूजा मिश्र 'आशना'

नाम-डॉ पूजा मिश्र 'आशना'

माता-श्रीमती मंजुला शर्मा

पिता-श्री सुरेंद्र शर्मा

पति का नाम-डॉ सुमित मिश्र

शहर-राजोद,जिला-धार(म.प्र.)

जन्म दिनांक-06/11/1981

जन्म स्थान-ग्वालियर(म.प्र.)

शैक्षणिक योग्यता-B. A. M. S

व्यवसाय-आयुष चिकित्सा अधिकारी।

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,राजोद(nrhm)

साहित्यिक उपलब्धि-काव्यांचल साहित्यिक संस्था रजिस्टर्ड में प्रशासनिक सदस्य के रूप में कार्य करना ही यूँ तो अपने आप में सबसे बड़ी उपलब्धि है,

काव्यांचल में विविध सम्मान प्राप्त करने के अतिरिक्त समय समय पर विविध पत्र पत्रिकाओं में रचनाएं प्रकाशित होती रहती हैं।


प्राप्त सम्मान-

*काव्याञ्चल से "छंद महारथी" की उपाधि पाई।

*प्रयास फाउंडेशन ,उत्तर प्रदेश द्वारा साहित्य साधक सम्मान 2020 प्राप्त किया।

*नवीन कदम समूह से सर्वश्रेष्ठ लघुकथा वाचक प्रतियोगिता में प्रथम स्थान।

साथ ही प्रकाशित कृतियाँ भी हैं।

"मन के आँगन से"-लघुकथा संग्रह

"स्पर्श-एक मीठी अनुभूति"-उपन्यास

"प्रवाह"-साझा लघुकथा संग्रह।

इसके अतिरिक्त फेसबुक पर निजी पेज-आशना

यू ट्यूब चैनल-"आशना एक ताबीर" के नाम से।



बाकी मेरे परिचय हेतु 2 ही पँक्तियाँ काफी हैं


लोग सोचते हैं कि दिखती हूँ तो ज़िंदा हूँ मैं

मगर मैं जानती हूँ कि लिखती हूँ तो ज़िंदा हूँ मैं।।

                       आशना


#aksharvanikavyamanjari #poojamishra|पूजा मिश्रा |Poetry|Hindi Poetry|Live- 70

मंगलवार, 26 जनवरी 2021

live -68 निकिता राय

निकिता राय



 परिचय  का प्रारूप

नाम- निकिता राय

माता- ममता देवी

पिता -  शेषधर

शिक्षा का वर्णन- स्नातक

साहित्यिक उपलब्धियाँ- नहीं

प्रतिभाग किये गए कार्यक्रम- नहीं

प्रकाशित कृतियाँ (वर्ष सहित) - 

निवास - प्रयागराज

अणुडाक- roynikita313@gmail.com

आचार्य प्रताप- एक परिचय

 

आचार्य प्रताप  एक संक्षिप्त परिचय


नाम – राहुल प्रताप सिंह जयशूर

धारक नाम - ‘आचार्य प्रताप’

पिता – श्री नरेन्द्र सिंह जयशूर

माता श्रीमति - प्रतिमा सिंह जयशूर

शिक्षा – BCA, हिंदी-विद्वान (सनद उपाधि), निष्णात , शिक्षा-स्नातक – शिक्षा-आचार्य (अध्ययनरत), वरिष्ठ सनद उपाधि फ्रांसीसी भाषा (EFLU Hyderabad)

संप्रति प्रबंध-निदेशक - अक्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र , निदेशक सह संपादक – अक्षरवाणी कव्य-मंजरी ( साहित्यिक पृष्ठ ), हिंदी तथा फ्रांसीसी भाषा शिक्षक , स्वतंत्र लेखन |

उपलब्धियाँ – दोहा शिरोमणि मानद उपाधि ,  काव्य- साधक ,काव्य-सम्मान , साहित्य साधक , साहित्य सारथी गौरव सम्मान से सम्मनित |

प्रकाशित आलेख तथा पुस्तकें – कह-मुकरी-लुप्त होती विधा , प्रताप–सहस्र (२०१८) , मेरी बगिया के फूल (मुद्रण संपन्न एवं प्रकशन हेतु तैयार ) , स्वरात्मिका ( गीत-संग्रह ) शीघ्र प्रकाशनार्थ |

स्थाई पता – जयशूर-निकेतन – संस्कृत-भवनम् , कोटर, सतना - मध्यप्रदेश |

स्वरदूत+91-8121-487-232 , +91-8639-137-355

अणुडाक – acharypratap@outlook.com






























आचार्य प्रताप
प्रबंध निदेशक (Chief managing Director)- अक्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र
जयशूर निकेतन - संस्कृत भवनम्
1046 घ, वार्ड़ क्रमाँक 15 कोटर ,
ग्राम-पोस्ट कोटर , तहसील कोटर , थाना कोटर
जिला सतना (मध्यप्रदेश)
पिनकोड़ - 485226
संपर्क सूत्र
स्वरदूत- +91-8121-487-232 
        +91-8639-137-355
अणुड़ाक- acharypratap@outlook.com
          luckyrahul009@gmail.com


संग्राहक 
अक्षरवाणी- कव्य-मंजरी 

मंगलवार, 19 जनवरी 2021

live -61 कविता गुप्ता 'काव्या'

 कविता गुप्ता 'काव्या'

कविता गुप्ता 'काव्या'

लखनऊ

संक्षिप्त परिचय
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साहित्य की गद्य, पद्य विधाओं में लेखन
छांदस काव्य के अध्ययन और सृजन में रुचि
शारदेय प्रकाशन लखनऊ से कुछ लघुकथाओं के और कुछ छंदबद्ध रचनाओं के साझा संकलन प्रकाशित हो चुके हैं।
अभी यात्रा प्रारंभ ही हुई है, कई पड़ाव आने शेष हैं। एकल गीत संग्रह का प्रकाशन भी विचाराधीन है।
फेसबुक के "काव्यतरंगिणी" नामक साहित्यिक समूह का संचालन .... जहाँ साहित्य की अनेक विधाओं पर सृजन और कार्यशाला का आयोजन किया जाता है। नवीन रचनाकारों से यहाँ सौहार्द्रपूर्ण चर्चा होती है।



#aksharvanikavyamanjari #kavitakavya|कविता गुप्ता "काव्य" |Poetry|Hindi Poetry|Live-61 


सिंधु छंद- एक लघु परिचय

सिंधु छंद

छन्द ४

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आज का छन्द - सिन्धु

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• सिन्धु छन्द समपाद मात्रिक छन्द है। इसके चारों चरणों में २१ मात्रायें होती हैं। 

• इसमें मध्य यति नहीं होती। दो-दो चरणों के अंत में तुकान्त का विधान होता है। 

• इसकी पहली, आठवीं एवं पन्द्रहवीं मात्रायें लघु होती हैं। अन्य नियम मात्रिक छन्दानुसार ही होते हैं।


• इसके लक्षण एवं इसकी परिभाषा इस प्रकार बताये जा सकते हैं।


 लखौ त्रय लोक महिमा सिंधु की भारी।

 तऊ पुनि गर्व के कारण भयो खारी।।

लहे प्रभुता सदा जो शील को धारै।

 दया हरि सों तरैं कुल आपनो तारै।।


 इस छन्द की चाल उर्दू की बह्र - बह्र-ए-हज़ज मुसद्दस सालिम से मिलती है अर्थात् (मफ़ाईलुन मफ़ाईलुन मफ़ाईलुन, 1222 1222 1222), किन्तु यह मात्र लय साधने हेतु है,

यह इसकी परिभाषा कदापि नहीं है। लिखने के लिये इस सुविधा का प्रयोग किया जा सकता है, किन्तु यह आवश्यक नहीं है, यथा इसका लक्षण इस प्रकार बनता हैः-


 सजे समपाद मात्रिक छन्द सिंधु रंग।

 रहे इक्कीस मात्रा सब चरणन अंग।।

 प्रथम अष्ट सह पंचदश लघु ही रखना।

 तुक भी समान दो-दो चरण मति धरना।।


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 इस लक्षण में यह छन्द नियमानुकूल होते हुए भी बह्र में कदापि नहीं है, अतः बह्र को आधार बनाकर छन्द लिखा अवश्य जा सकता है, किन्तु यही उसकी परिभाषा मानकर इस छन्द को लिखना भ्रामक है तथा छन्द को न समझने का कारण है।



सोमवार, 18 जनवरी 2021

जीवंत (Live) काव्य पाठ हेतु आमंत्रण

 जीवंत (Live) काव्य पाठ हेतु आमंत्रण

अक्षरवाणी साप्ताहिक संस्कृत समाचार पत्र के हिंदी साहित्यिक पृष्ठ अक्षरवाणी काव्य-मंजरी की ओर से आपको जीवंत(Live) काव्य पाठ हेतु आमंत्रित किया जाता है, यह कार्यक्रम यूट्यूब पर प्रसारित किया जाता है अक्षर वाणी संस्कृत समाचार पत्र के कव्य-मंजरी चैनेल पर, आपसे निवेदन है कि आप हमें आपना साहित्यिक परिचय  संर्पक सूत्र सहित हमें अणुड़ाक (ई-मेल)-  aksharvanikavyamanjari@gmail.com के माध्यम से हमें भेजे जिससे हमरी टीम आपको संपर्क कर सके तथा हमारे सोशल नेटवर्क से जुड़े जिससे नवीतम जानकरी प्राप्त कर सकें| या आप स्वयं भी हमें whatsapp 8121487232 या फोन करें - 8639137355  संपर्क सूत्र पर |

यदि आप आपनी रचनाएँ हमारे समाचार पत्र में प्रकाशित करवाना चाहते है तो हमें  अपनी रचना  , फोटो व मौलिकता प्रमाण-पत्र सहित - aksharvanikavyamanjari@gmail.com  पर भेजें

 

प्रतिभागिता हेतु अपना साहित्यिक परिचय ई-मेल करें -

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शेष आप सब यहाँ पर जाकर प्रमाणित जानकारियाँ प्राप्त कर सकते हैं 

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निवेदक 

आचार्य प्रताप 

(प्रबंध निदेशक )

शुक्रवार, 15 जनवरी 2021

live=58 डॉ.दीप्ति गौड़

 डॉ.दीप्ति गौड़



परिचय

नाम-  डॉ.दीप्ति गौड़
साहित्यिक उपनाम- ‘दीप’ 

पिता का नाम - श्री सुरेन्द्र नाथ गौड़

माता का नाम - श्रीमती राधा गौड़ 

जन्मतिथि- 15/12/1976
शिक्षा- एम. ए.(भूगोल, हिंदी साहित्य,मनोविज्ञान), एम.एड., पी-एच.डी, पी.जी. डिप्लोमा इन साइक्लोजिकल काउंसिलिंग,पी जी डिप्लोमा इन योगा एंड मेडिटेशन, डिप्लोमा इन जर्नलिज्म, स्वर्णपदक द्वय।
कार्यक्षेत्र-शिक्षिका,शासकीय उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय क्रमांक-1, ग्वालियर, म.प्र., भारत
सामाजिक क्षेत्र- लेखन, पर्यटन, मंच संचालन, अभिनय, योग, समाज सेवा, खगोल विज्ञान प्रचार प्रसार ।
विधा - गीत, ग़ज़ल, मुक्तक, दोहे, हाइकू,कहानी,लेख,निबंध,समीक्षा |
मोबाइल/व्हाट्सऐप - 9713679207,8770644905

ईमेल- gaurdrdeepti@gmail.com

प्रकाशन- शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी हुई 20 पुस्तकों का प्रकाशन,  देश व विदेश नीदरलैंड, कनाडा, मॉरीशस, नेपाल की अनेक प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं एवं संकलनों में रचनाओं व राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय अनेक शोध आलेखों का प्रकाशन। 

प्रकाशित काव्य कृति 1. काव्य संग्रहदेहरी का दीप’,साहित्य अकादमी, मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद संस्कृति विभाग भोपाल के सहयोग से प्रकाशित, प्रथम संस्करण 2017

2. संपादित काव्य संग्रह कोविड़ 19 पर आधारित "हौसला रखना इन दिनों" प्रथम संस्करण 2020

सम्मान- मात्र 26 वर्ष की उम्र में  सर्वांगीण दक्षता हेतू (शैक्षणिक, साहित्यिक, सांस्कृतिक, समाजसेवा, आचरण, व्यवहार के आधार पर) राष्ट्रपति भवन नई दिल्ली की ओर से भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति महामहिम स्व. डॉ. शंकर दयाल शर्मा स्मृति स्वर्ण पदक 2002,

विशिष्ट प्रतिभा सम्पन्न शिक्षक के रूप में राज्यपाल अवार्ड 2018 से पूर्व राज्यपाल महामहिम श्रीमती आनंदी बेन पटेल के कर कमलों से सम्मानित, दैनिक विनय उजाला समाचार पत्र इंदौर द्वारा शिक्षा व साहित्य क्षेत्र में सतत योगदान हेतु राज्यस्तरीय "नेशन बिल्डर अवॉर्ड" 2019, विश्व हिंदी रचनाकार मंच द्वारा राष्ट्रीय लक्ष्मीबाई काव्य भूषण सम्मान 2019, ब्रज भूमि फाउंडेशन द्वारा नारी शक्ति को प्रणाम अवॉर्ड 2019, मेंटर एंड मस्कट फिल्म प्रोडक्शन कंपनी एवम् सज्जा निलयम संस्था द्वारा नई दिल्ली में महिला दिवस पर साहित्य क्षेत्र में राष्ट्रीय "सशक्त नारी सम्मान 2019", एन सी ई आर टी नई दिल्ली के भाषा विभाग, विक्रम विश्वविद्यालय हिंदी विभाग,सतना, बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी , जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा समय समय पर आयोजित भाषा सेमिनारों व संगोष्ठी  में उत्कृष्ट शोध पत्र वाचन हेतु अनेक बार सम्मानित, ग्वालियर विकास समिति द्वारा “ग्वालियर गौरव सम्मान”, जे सी आई एक्सीलेंसी द्वारा सलाम ग्वालियर “अद्वितीय युवा प्रतिभा” अवार्ड, प्रभात वेलफेयर एवं सोशल सोसायटी द्वारा “प्रभात रत्न अलंकरण” अवार्ड, विपिन जोशी स्मारक समिति इटारसी द्वारा “अक्षरदूत राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान”,सरस्वती काव्य संगम झांसी की ओर से “काव्य श्री सम्मान”,स्व.मनोज रावत खेल अकादमी द्वारा “शब्द-सृजन सम्मान”,बेटी है तो कल है संस्था द्वारा “नारी शक्ति तुझे सलाम” अवार्ड ,जेएमडी प्रकाशन नई दिल्ली की ओर से “नारी गौरव अवार्ड”,द फेथ ऑफ पब्लिक संस्था द्वारा साहित्यकार सम्मान, हिंदी परिवार ग्वालियर इकाई द्वारा युवा रचनाकार सम्मान ,गहमर वेलफेयर सोसाइटी गाजीपुर द्वारा तेजस्विनी सम्मान,साहित्यिक पत्रिका काव्य रंगोली लखीमपुर खीरी उ. प्र. द्वारा "साहित्य भूषण सम्मान" विविधा कला एवं सांस्कृतिक अकादमी जबलपुर के सौजन्य से राष्ट्रीय शौर्य काव्य अलंकरण, कलम पुत्र काव्य मंच एवम् भारतीय संस्कृति एवम् भाषा प्रचार परिषद करनाल हरियाणा के तत्वावधान में मेरठ में आयोजित चतुर्थ राष्ट्रीय आध्यात्मिक काव्य संगोष्ठी में आध्यात्मिक काव्य भूषण उपाधि से अलंकृत,स्टोरी मिरर मैगज़ीन द्वारा "लिटरेरी कैप्टन" से सम्मानित,  सहित लगभग 500 पुरस्कार - सम्मान से सम्मानित l

ब्लॉग- अनुभूति के छंद 

कवयित्री डॉ. दीप्ति गौड़ ‘दीप’
अन्य उपलब्धियाँ-अनेक अखिल भारतीय कवि सम्मेलनों में सहभागिता, आकाशवाणी, दूरदर्शन एवं अन्य चैनल्स पर काव्य पाठ का प्रसारण ।

लेखन का उद्देश्य- इनकी रचनाएं मानवीय संवेदनाओं के आवेग को परिलक्षित करती हैं l जीवन के प्रत्येक पहलू, सम्बन्ध और घटना पर अपनी कलम चलाने का प्रयास करती है l आपकी रचनाएं समाज में सकारात्मक बदलाव में सहायक सिद्ध होंगी। जिस भी विषय पर कलम उठाती है पूरी शिद्दत के साथ उसका निर्वाह करती है l  उनके विषय परम्परागत भी हैं तो नवागत भी l समकालीन सामाजिक विसंगतियों के मध्य नारी की नवीनतम चुनौतियों पर भी प्रकाश डाला है। कन्या भ्रूण हत्या, महिला सशक्तिकरण और 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' जैसे विषयों और भी उनकी लेखनी बोली ही नहीं, खूब बोली है और खुलकर बोली है।  अपने गीतों में उन्होंने माधुर्य, प्रेम, अनुभूति, सरसता और वैयक्तिकता का अनूठा राग छेड़ा है l अपनी लेखनी के द्वारा शिक्षण कार्य के दौरान पर्यावरण गीत, दोहे, हाइकु, खगोल जागरुकता, मद्य निषेध आदि से संबंधित काव्य का प्रयोग नवाचार के रूप में विषय को रोचक व प्रभावपूर्ण बनाने हेतु कर रही हैं । 

कोविड 19 जागरूकता कार्यक्रम-स्थानीय नागरिकों को जागरूकता हेतु कार्यक्रम, डॉ को आमंत्रित कर ऑनलाइन बच्चों को कोरॉना संबंधी जानकारी इम्यूनिटी बढ़ाने संबंधी कार्यक्रम, ऑनलाइन योगा कार्यक्रम, कोरोना जागरूकता हेतु काव्य संग्रह "हौसला रखना इन दिनों का प्रकाशन",

कोरोना क़ाल में विद्यार्थियोंकी रचनात्मकता और कला को प्रोत्साहित करने हेतु सतत रूप से कार्यक्रमों का आयोजन, इस काल में मनोवैज्ञानिक तनावों से उबारने हेतु काउंसिलिंग व कैरियर गाइडेंस, हमारा घर हमारा विद्यालय कार्यक्रम में उत्कृष्ट सहभागिता, घर में जाकर बच्चों को पुस्तकें दी, ऑनलाइन टीचिंग द्वारा सतत अध्यापन कार्य, छात्रों को ऑनलाइन शिक्षा के प्रति जागरूक करने हेतु डॉ दीप्ति गौड़ ने गीतों का लेखन किया । जीवन कौशल शिक्षा बच्चे ऑनलाइन प्राप्त करें  और कोराना काल में तनाव प्रबंधन करें इस हेतु भी जागरूकता गीत लिखा जिसे यू ट्यूब के माध्यम से संपूर्ण मध्यप्रदेश के बच्चों तक पहुंचाया गया । बच्चों की रचनातमकता को प्रोत्साहन देने और वे कोविड काल में भी अपना विकास कर सकें इस हेतु अनेक कार्यक्रम ओर webinar का आयोजन इन्होंने किया । ऑनलाइन शिक्षा किस प्रकार लें । गूगल क्लास के बारे में जानकारी एवम् करियर काउंसिलिंग पर भी विशेषज्ञों द्वारा सेमिनार करवाए।

विभिन्न संस्थाओं राष्ट्रीय महिला सम्मान मंच, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, बेटी क्लब दतिया  द्वारा कॉरोना वॉरियर सम्मान से सम्मानित ।




#aksharvanikavyamanjari #deeptigaud|दीप्ति गौड़|Poetry|Hindi Poetry|Live-58

४ जनवरी से १० जनवरी का अंक

live-57 डॉ प्रवीक्षा दुबे

 डॉ प्रवीक्षा दुबे

नाम- डॉ प्रवीक्षा दुबे

उपनाम- सागरिका

माता- श्रीमती अनीता दुबे

पिता- श्री रामकिशोर दुबे

जन्मतिथि- 8/7/1990

शिक्षा- PH.D

पता- छिबरामऊ (कन्नौज)

* फेसबुक और यूट्यूब पर

* अवधी पाठशाला में काव्यपाठ

* शब्दहार और साहित्य रिपोस्ट के पेज पर रचनायें प्रकाशित

sagarika.pdhd@gmail.com

  



#aksharvanikavyamanjari #sagrika|डॉ प्रविक्षा दुबे 'सागरिका'|Poetry|Hindi Poetry|Live-57

गुरुवार, 14 जनवरी 2021

प्रेस विज्ञप्ति - अक्षरवाणी काव्य-मंजरी साहित्यिक समूह ने आयोजित किया युवा दिवस पर काव्य गोष्ठी

 

आचार्य प्रताप

बुधवार, 13 जनवरी 2021

सुर्ख़ियों में कव्य-मंजरी






 

अब तक प्रकाशित रचनाएँ

 







युवा दिवस पर आयोजित युवा काव्य-गोष्ठी

 स्वामी विवेकानंद जी की जयंती , युवा दिवस पर युवा काव्य-गोष्ठी

युवा काव्य-गोष्ठी



आदरणीय/आदरणीया

1.शास्त्री रेखा सिंह जायशूर  उज्जैयिनी , मध्यप्रदेश – मंगलाचरणम् २ मिनट
२. सलोनी रस्तोगी 'क्षितिज़' जी वाणी वंदना २ मिनट
परिचय सत्र -३ मिनट
२. अनुजा मानसी शर्मा जी , दिल्ली   ५-८ मिनट
३. आकाश मिश्र जी लखनऊ, उत्तर प्रदेश - काव्य-पाठ ५-८ मिनट
४.प्रवीक्षा दुबे 'सागरिका' जी  काव्य-पाठ ५-८ मिनट
५.अगम मिश्र रीवा जी  ,मध्यप्रदेश - काव्य-पाठ  ५-८ मिनट
६. चिराग राजा जी  निज़ामाबाद ,तेलंगाना - काव्य-पाठ ५-८ मिनट
७.बाबासाहेब लांडगे 'सारथी' जी   निज़ामाबाद ,तेलंगाना - काव्य-पाठ ५-८ मिनट
८. ऋचा सिंह सोमवंशी जी   काव्य पाठ ५-८ मिनट
९.आँचल गुप्ता जी  सहारनपुर ,उत्तर प्रदेश - काव्य-पाठ ५-८ मिनट
विशिट अतिथि - आचार्य सलिल जी-  आशीर्वचन ३-५  मिनिट
आचार्य प्रताप ‘कल्याण मंत्र’ तथा धन्यवाद ज्ञापन  ३०-४० सेकंड

दोहा
स्वामी जी के नाम पर , नवल युवा हैं साथ।
साहित्यिक हम सारथी ,  पकड़े रखना हाथ।।
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षटपदी- कुंडलिया छंद


काव्य-मंजरी ने किया , अक्षरवाणी पाठ।
रेखा ने मंगलचरण , क्षितिज वंदना ठाठ।।
क्षितिज वंदना ठाठ, मानसी ने दी शिक्षा।
जलता रहे चिराग , अगम से कहे प्रवीक्षा।
काव्य-जगत आकाश , ऋचा ओं के अनुच्चरी।
आँचल सहित प्रताप , सलिल सह काव्य-मंजरी।।
                            -आचार्य प्रताप


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