आपका नाम शिवानी त्रिपाठी है आप प्रयागराज से हैं । वर्तमान में आप इलाहाबाद विश्वविद्यालय से हिंदी साहित्य में स्नातकोत्तर कर रहीं हैं । बचपन से ही प्रकृति के बहुत करीब रही और वहीं से आपको लिखने की प्रेरणा मिली। आपको कविताएं लिखना और लेख लिखना अच्छा लगता है। आप अपने महाविद्यालय में स्नातक प्रथम द्वितीय एवं ततीय वर्ष की उत्कृष्ट छात्रा रहीं हैं । आपके पास प्रशस्ति पत्र की एक लंबी श्रृंखला है ।महाविद्यालय द्वारा आपको प्रेसिडेंट अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। आप अपनी सफलता का सारा श्रेय अपनी माता जी को देती हैं। आपने मंच पर बहुत अधिक प्रतिभाग किया है | आपको सामाजिक कार्य हेतु भारत सरकार द्वारा भी सम्मानित किया गया है | आपको राष्ट्रीय सेवा योजना तथा विस्तार कार्य समिति द्वारा सर्वश्रेष्ठ वॉलन्टियर के ख़िताब से नवाजा गया | आप अनेकों क्षेत्रों में सम्मान और पुरस्कार प्राप्त किया है | कॉलेज द्वारा सर्वश्रेष्ठ छात्रा की उपाधि प्रदान की गयी |आपको अब तक पच्चीस से अधिक काव्य संकलनों में लेखन कार्य किया है | देश विदेश के विभिन्न समाचार पत्र पत्रिकाओं में आपकी कवितायें एवं लेख प्रकाशित हो चुके हैं |
कवयित्री शिवानी त्रिपाठी की पुस्तक ' हृदय के किसी कोने से' उनके हृदयस्थ प्रेम की पराकाष्ठा को जीवित करती एक नवोदित कृति है जिसमें वह प्रकृति के साथ तादात्म्य स्थापित करती है और फूलों-कलियों में डूब जाती है | इनकी रचनाओं में उभरती हुई मर्मस्पर्शी धाराएँ हैं तो कहीं रिश्तों के महत्व को चित्रांकित किया है | इनकी कविताएँ कभी स्वप्न की आकाशगंगा में रंग बरसाती हैं तो कभी गहरे सागर में अनंत गोते लगाती है | कुछ कविताएँ हृदयविदारक हैं जो सुप्त भावों को भी उद्वेलित करती है | यह पुस्तक पाठकों के मन-मस्तिष्क की अतलस्पर्शी गहराइयों का एहसास कराने वाली और हर आयु वर्ग के लोगों के लिए सार्थक सिद्ध होगी |
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