रविवार, 9 मई 2021

मातृ दिवस पर काव्यगोष्ठी

आयोजन का लघु वर्णन

https://youtu.be/jzbe1QgGl8w


आज दिनांक 9-05-2021  के मातृ दिवस पर आयोजित विशिष्ट आयोजन में सम्मिलित होने वाले सदस्यों में से कार्यक्रम का शुभारंभ भगवताचार्य पं. विकास नगदा जी ने  अपने मुखाग्र बिंदुओं से मंगलाचरणम् का बहुत ही सुन्दर सस्वर पाठन किया तत्पश्चात् उत्तराखंड से जुड़ी *बहन अनुसुइया बडोनी अंशी कमल दीईईई* ने माँ वीणापाणि का वंदन अभिनंदन अपने कोकिल कंठ से किया।
तत्पश्चात् प्रथम चरण में क्रमशः  आद. जगदीश शर्मा 'सहज' जी ने मातृदिवस का शुभारंभ अपनी सुंदर सी आनंदवर्धक गीत के माध्यम से किया आपने अपनी माँ के न होने का दुखद समाचार भी बताया और यह गीत अपने उनकी ही याद में लिखा था।
फिर नागदा जी ने भी माता जी के न होने की बात बताई और सुंदर रचना का पाठ किया अपका कंठ  बहुत ही मोहक है यदि महिलाएंँ कोकिल है तो आप स्वयं कोविंद  हैं।
आपकी अद्भुत प्रस्तुति ने सभी दर्शकों श्रोताओं का मन मोह लिया , फिर स्वयं अंशी दीदी ने माता को शीर्ष मानकर कोकिल कंठ से मधुर कविता सुनाई।

फिर दूसरे चरण में इसी क्रम में सभी ने एक एक गीत और सुनाया जो हर्षवर्धक रहे अनुज नागदा  जी  मंच पर सबके अनुज होने का लाभ लिया और दो गीत सुनाया अंत में नागदा जी ने कल्याण मंत्र का जाप करके कार्यक्रम का समापन किया।

।।शुभम् अस्तु।।

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